पति: “आज सब्ज़ी में नमक थोड़ा ज़्यादा लग रहा है!”
पत्नी: “नमक ठीक है… सब्ज़ी कम पड़ गई, बोला था ज़्यादा लाया करो”
————–
पति: “आलू के परांठो में आलू तो नजर नहीं आ रहे हैं”
पत्नी: “चुपचाप खा लो!! कश्मीरी पुलाव में क्या कश्मीर नजर आता है???”
————–
पति: “३ दिन से लगातार लौकी खा रहा हूँ, अब १ महीना नहीं खाऊंगा!!!!”
पत्नी: “यही बात बीयर के लिए क्यूँ नहीं बोलते?”
पति: “कल भी लौकी ही बनाना”
————–
पति दूध पीकर: छीः ये कैसा दूध है ?
बीवी: वो केसर ख़त्म हो गया था जी
तो मैंने आपकी जेब से ‘बिमल पान मसाला’ डाल दिया
क्योंकि
इसके दाने -दाने मे है केसर का दम
पत्नी: “नमक ठीक है… सब्ज़ी कम पड़ गई, बोला था ज़्यादा लाया करो”
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पति: “आलू के परांठो में आलू तो नजर नहीं आ रहे हैं”
पत्नी: “चुपचाप खा लो!! कश्मीरी पुलाव में क्या कश्मीर नजर आता है???”
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पति: “३ दिन से लगातार लौकी खा रहा हूँ, अब १ महीना नहीं खाऊंगा!!!!”
पत्नी: “यही बात बीयर के लिए क्यूँ नहीं बोलते?”
पति: “कल भी लौकी ही बनाना”
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पति दूध पीकर: छीः ये कैसा दूध है ?
बीवी: वो केसर ख़त्म हो गया था जी
तो मैंने आपकी जेब से ‘बिमल पान मसाला’ डाल दिया
क्योंकि
इसके दाने -दाने मे है केसर का दम
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